OCD -जिसे Obsessive-Compulsive Disorder भी कहते हैं यह एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को पूरी तरह प्रभावित करती है। इस बीमारी कि बात करें तो ये लगभग 90 प्रतिशत लोगों को होती है। इसमें से कुछ प्रतिशत लाेग वक्त के साथ अपने आप ठीक हो जाते हैं। वहीं कुछ लोग जो ज्यादा सेन्सिटिव होते है। उनको ये बीमारी काफी ज्यादा नुकसान पहुँचाती है।
ये बीमारी इतनी खतरनाक है कि कई बार इस बीमारी के कारण व्यक्ति आत्महत्या तक कर लेता है।
OCD क्यों होती है।
अगर हम साइंटिफिक बात करें तो OCD का कारण सेराटानिन हर्मोन्स के कमी से होता है। यह एक संदेशवाहक रासायिनक हर्मोन्स होता है जो मस्तिष्क सहित शरीर के अन्य भागों को नियंत्रण करने में सहायक होता है। इस हर्मोन्स की कमी से या शरीर में इसके अंसतुलन के कारण व्यक्ति को OCD , Depression, Anxiety , गुस्सा, बार-बार हाथ धुलना, किसी को हानि पहुँँचने जैसे ख्याल आदि का सामना करना पड़ता है। OCD एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति को पूरी तरह बर्बाद कर सकती है। इस बीमारी के बारे में वही व्यक्ति जानता है जो इससे पीडि़त है। OCD का एक कारण भूतकाल में हुई कोई अप्रिय घटना भी हो सकती है। कुछ डॉक्टर इस बात पर विश्वास करते है कि सेराटानिन की कमी से OCD होती है। वही कुछ डॉक्टर इसको नही मानते।सही मायने मे हम बात करें तो अभी तक OCD के कारण का सही तरीके से पता नहीं चल पाया है कि OCD होने की असली वजह क्या है।
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